Rath Yatra 2025: क्यों निकाली जाती है रथ यात्रा?
स्कंद पुराण के अनुसार, भगवान जगन्नाथ की बहन सुभद्रा ने एक दिन नगर देखने की इच्छा व्यक्त की. तब जगन्नाथ और बलभद्र अपनी बहन को रथ पर बिठाकर नगर दिखाने निकले. इस यात्रा के दौरान वे अपनी मौसी गुंडिचा के घर गए और वहां सात दिनों तक रुके. तभी से जगन्नाथ रथ यात्रा की परंपरा शुरू हुई.
Ahemdabad Rath Yatra 2025:अहमदाबाद रथ यात्रा
रथ यात्रा (रथ उत्सव) अहमदाबाद में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक हिंदू त्यौहार है । 1878 से, जगन्नाथ मंदिर, अहमदाबाद आषाढ़ सुदी बिज को रथ यात्रा जुलूस का आयोजन करता आ रहा है। इस त्यौहार में भगवान जगन्नाथ , बलराम और सुभद्रा की पूजा की जाती है ।
गुजरात के लोकोत्सव (सार्वजनिक त्यौहार) के रूप में आयोजित, अहमदाबाद रथ यात्रा भारत में तीसरी सबसे बड़ी रथ यात्रा है, पुरी और कोलकाता में रथ यात्राओं के बाद , जो उसी दिन मनाई जाती हैं।
जगन्नाथ रथ यात्रा की तिथि (Jagannath Rath Yatra 2025 Tithi)
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 26 जून को दोपहर 1 बजकर 24 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 27 जून को सुबह 11 बजकर 19 मिनट पर होगा. जगन्नाथ रथ यात्रा का समापन 5 जुलाई 2025 को होगा, जो कि 9 दिनों तक चलेगी.
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